मुंबई : मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट-7 ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दुबई से भारत में मेफेड्रॉन (एमडी) का रैकेट संचालित कर रहे मुख्य आरोपी मुस्तफा मोहम्मद कुब्बावाला को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से प्रत्यर्पण के जरिए गिरफ्तार कर लिया है। इस हाई-प्रोफाइल अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी मामले में अब तक कुल 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें एक महिला आरोपी भी शामिल है।

पहली गिरफ्तारी से फैक्ट्री तक की कड़ियाँ

गुप्त सूचना के आधार पर 16 फरवरी 2024 को पुलिस ने कुर्ला के सायाजी पगारे चाल के पास परवीन बानो गुलाम शेख नामक महिला को गिरफ्तार किया। उसके पास से 641 ग्राम मेफेड्रॉन, ₹12.20 लाख नकद, और ₹1.50 लाख के सोने की बरामदगी हुई।  इस कड़ी से जांच साजिद मोहम्मद आसिफ शेख उर्फ 'डॅब्ज़' तक पहुँची। उसके मीरारोड स्थित आवास से 3 किलो एमडी और ₹3.68 लाख नकद बरामद किए गए। पूछताछ में पता चला कि आरोपी दुबई में मौजूद फरार अपराधियों के संपर्क में रहते हुए सांगली जिले के कवठे महाकाल क्षेत्र में ड्रग फैक्ट्री चला रहे थे।

245 करोड़ की ड्रग फैक्ट्री पर छापा

25 मार्च 2024 को सांगली स्थित फैक्ट्री पर छापा मारते हुए पुलिस ने 122.5 किलो मेफेड्रॉन (कीमत करीब ₹245 करोड़) और ड्रग बनाने का कच्चा माल जब्त किया। इस दौरान 6 और आरोपी गिरफ्तार किए गए।

अब तक 256 करोड़ की संपत्ति जब्त

अब तक की कार्रवाई में मुंबई पुलिस ने: 126 किलो से ज्यादा मेफेड्रॉन (₹252 करोड़) ,₹3.62 करोड़ नकद , सोना, गाड़ियाँ, और अन्य संपत्तियाँ मिलाकर कुल ₹256.49 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त की है। जांच में यह भी सामने आया है कि हवाला और अंगड़िया नेटवर्क के जरिए ड्रग्स का लेन-देन किया जाता था।

मुस्तफा पर रेड कॉर्नर नोटिस, UAE से लाया गया भारत

मुख्य आरोपी मुस्तफा कुब्बावाला के खिलाफ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। 13 जून 2025 को मुंबई पुलिस ने एक अन्य फरार आरोपी ताहेर सलीम डोला को भी गिरफ्तार किया था।

अब मुस्तफा को UAE से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है और उसे भी इस मामले में औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस को इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट से जुड़े और भी खुलासों की उम्मीद है। मामले की जांच जारी है।