12 घंटे में सुलझा मनोरंजन कालिया ग्रेनेड अटैक केस, ज़ीशान अख़्तर गिरफ्तार

पंजाब पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मनोरंजन कालिया ग्रेनेड अटैक केस को महज 12 घंटे के भीतर सुलझा लिया है. इस मामले में मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है और हमले में इस्तेमाल हुए ई-रिक्शा को भी बरामद कर लिया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड ज़ीशान अख़्तर है, जो कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी साथी माना जाता है. यह हमला एक सुनियोजित क्रॉस-बॉर्डर साजिश का हिस्सा बताया जा रहा है, जिसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की भूमिका सामने आ रही है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस हमले के पीछे ISI की मंशा पंजाब में धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ने की थी. जांच में यह भी पता चला है कि ज़ीशान अख़्तर न केवल इस मामले में शामिल है, बल्कि वह मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में भी वांछित है. बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सुर्खियों में आया था, और अब ज़ीशान अख़्तर के इस हमले में शामिल होने से यह साफ हो गया है कि यह गैंग बड़े स्तर पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है.
खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के कनेक्शन की जांच
पुलिस ने इस मामले में और गहराई से जांच शुरू की है. सूत्रों के अनुसार, जांच में पाकिस्तान बेस्ड खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और गैंगस्टर हैप्पी पासिया के कनेक्शन की भी पड़ताल की जा रही है. हरविंदर सिंह रिंदा पहले भी कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है और माना जाता है कि वह ISI के संरक्षण में पाकिस्तान से अपनी गतिविधियां चला रहा है. वहीं, हैप्पी पासिया भी अपराध की दुनिया में एक जाना-पहचाना नाम है. पुलिस को शक है कि यह हमला इन लोगों के साथ मिलकर तैयार की गई एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है.
यह हमला पंजाब के लिए एक गंभीर चेतावनी है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह क्रॉस-बॉर्डर प्लान्ड अटैक था, जिसका मकसद राज्य में अशांति फैलाना था. मनोरंजन कालिया पर ग्रेनेड से हमला करके अपराधी धार्मिक तनाव पैदा करना चाहते थे, लेकिन पंजाब पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने उनकी योजना को नाकाम कर दिया. मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी और ई-रिक्शा की बरामदगी से पुलिस को इस मामले को सुलझाने में अहम सुराग मिले हैं.
पूरे नेटवर्क को उजागर करने में जुटी पुलिस
पुलिस अब इस साजिश के पीछे के पूरे नेटवर्क को उजागर करने में जुटी है. ज़ीशान अख़्तर के लॉरेंस बिश्नोई से संबंध और ISI के साथ उसके कथित लिंक इस मामले को और जटिल बना रहे हैं. लॉरेंस बिश्नोई, जो इस समय जेल में बंद है, अपने गैंग के जरिए देशभर में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है. बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में भी उसका नाम सामने आया था, और अब मनोरंजन कालिया पर हमले ने उसके गैंग की पहुंच और खतरनाक मंसूबों को फिर से उजागर किया है.
पंजाब पुलिस की इस तेजी और सूझबूझ की तारीफ हो रही है. 12 घंटे के भीतर मामले को सुलझाकर पुलिस ने न सिर्फ अपराधियों को कड़ा संदेश दिया है, बल्कि लोगों में सुरक्षा का भरोसा भी जगाया है. हालांकि, यह हमला कई सवाल खड़े करता है. क्या पंजाब में अशांति फैलाने की साजिशें बढ़ रही हैं? क्या ISI और खालिस्तानी तत्व मिलकर राज्य की शांति को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं? इन सवालों के जवाब जांच के बाद ही सामने आएंगे.
फिलहाल, पुलिस इस मामले में हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है. ज़ीशान अख़्तर, हरविंदर रिंदा और हैप्पी पासिया जैसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. पंजाब पुलिस ने साफ कर दिया है कि वह ऐसी साजिशों को कामयाब नहीं होने देगी. लोगों से भी अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें. इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अपराध और आतंक के खिलाफ लड़ाई में पुलिस की भूमिका कितनी अहम है.