'अब कोई रास्ता नहीं बचा', PM मोदी की रैली का विरोध करेंगे किसान
शंभू (पटियाला)। संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और संयुक्त किसान मोर्चा राजनीतिक दोनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहले पंजाब चुनावी यात्रा का विरोध करने का एलान किया है। हालांकि विधिवत रूप से एलान अभी थोड़ी देर में शंभू बॉर्डर पर शुरू होने वाली बैठक में किया जाएगा। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों का घेराव करने की भी किसान संगठन घोषणा करेंगे। इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने जगराओं में कल प्रधानमंत्री की रैली का विरोध करने का एलान किया था।
प्रत्याशी हमारा समर्थन कर रहे हैं: सरवन सिंह पंढेर
शंभू बॉर्डर पर किसान मोर्चे को 100 दिन पूरे होने के बाद सरवन सिंह पंढेर ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए बताया कि हमारी मांगे सभी के लिए हैं और हम देख रहे हैं कि प्रत्याशी चुनाव में हमारी मांगों का जिक्र भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी 23 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के अलावा मजदूर को 200 दिन काम की गारंटी की जाए साथ ही उनका मानदेय भी बढ़ाया जाए। फिलहाल शंभू बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की रैली में ज्यादा रश नहीं हुआ है। भारी गर्मी के कारण किसानों की आमद काफी धीमी है। सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि 12 बजे से लेकर 2 बजे का टाइम दिया गया है इसलिए अभी रश कम दिखाई पड़ रहा है।
प्रशासन नहीं करवा रहा पीएम मोदी से बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने के सवाल पर सरवन सिंह पंढेर (Sarwan Singh Pandher) ने कहा कि हमने प्रशासन से पीएम से बातचीत करवाने को कहा है। लेकिन प्रशासन ऐसा नहीं कर रहा है इसलिए हमारे पास विरोध करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि हमें रैली ग्राउंड तक नहीं जाने दिया जाएगा लेकिन जहां तक भी जाने दिया जाएगा। हम वहां जाएंगे और वहीं बैठकर विरोध जताएंगे।
रैली को देखते हुए कई रास्ते बंद
प्रधानमंत्री की रैली को देखते हुए पटियाला प्रशासन की ओर से कई रास्ते बंद करने को लेकर सरवन सिंह ने कहा कि हमें तो यूं ही बदनाम किया जा रहा है जबकि जिस जगह पर शंभू का मोर्चा लगा हुआ है वह भी हमने बंद नहीं किया है बल्कि सुरक्षा बलों ने बंद किया हुआ है और कहा जा रहा है कि किसानों ने रास्ते बंद किए हैं। सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि सरकार के पास नेरेटिव सेट करने का बड़ा साधन है इसलिए वह हमारे आंदोलन को कमजोर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
धरने के चलते किसानों के व्यापारियों को नुकसान
एक अन्य किसान नेता मनजीत सिंह राय ने शंभू रेलवे से धरना हटाए जाने के बारे में कहा कि व्यापारियों ने किसान संगठनों के साथ दो बार बातचीत की थी और बताया था कि केंद्र सरकार तो दबाव में नहीं आ रही है ऐसे में आप लोग व्यापारियों का नुकसान क्यों कर रहे हो? तब हमने इस बात पर विचार करते हुए शंभू रेलवे ट्रैक पर चल रहे धरने को स्थगित करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के साथ हमारा कोई विरोध नहीं है वह हमारे ही भाई बंधु हैं। मनजीत सिंह राय ने कहा कि मोर्चे ने कई और प्रोग्राम दे दिए हैं जिनमें भाजपा के प्रत्याशियों का घेराव करना शामिल है। ऐसे में कई जगह पर मोर्चे नहीं खोले जा सकते।